ईरान और रूस के बीच हुए 25 वर्षीय स्ट्रेटेजिक समझौते पर रूसी फेडरेशन संघ ने मोहर लगा दी है। रूसी सीनेट ने ईरान के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी समझौते को मंजूरी दे दी।
इस समझौते पर 17 जनवरी, 2025 को ईरान के राष्ट्रपति की मास्को यात्रा और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे। रूस की संसद ड्यूमा के प्रतिनिधियों ने पहले सर्वसम्मति से इस समझौते को मंजूरी दी थी।
रूसी संघ परिषद द्वारा इस समझौते को मंज़ूरी का मतलब यह है कि यह समझौता अब लागू हो गया है। इस समझौते के आधार पर, दोनों पक्ष सभी क्षेत्रों में अपने संबंधों को गहराई देते हुए और विकसित करेंगे तथा सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करेंगे, और क्षेत्रीय और वैश्विक गतिविधियों में एक-दूसरे के साथ सहयोग करेंगे।
इस समझौते में परिवहन, आर्थिक कॉरिडोर और ट्रांज़िट, राजनीतिक और बैंकिंग, निवेश, ज्ञान, तेल और गैस से संबंधित 30 से अधिक विभिन्न क्षेत्र शामिल हैं। यह समझौता संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों पर आधारित एक लंबी अवधि का संकल्प है, जिसमें द्विपक्षीय अधिकारों, प्रतिबद्धताओं के संतुलन तथा क्षेत्रीय अखंडता के प्रति सम्मान को ध्यान में रखा गया है।
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